शरीर के इस ख़ास हिस्से पर आइस क्यूब रखने से होते हैं ये कमाल के फायदे
आइस क्यूब का इस्तेमाल तो आप किसी ड्रिंक को ठंडा करने के लिए या मेकअप के दौरान चेहरे को क्लीन करने के लिए करते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि बर्फ का यह टुकड़ा आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भी हो सकता है।
जी हां अगर अगर आप बर्फ के टुकड़े को अपने शरीर के एक ख़ास जगह पर रखें तो इससे आपको कई तरह के फायदे हो सकते हैं।
आइस क्यूब के इस्तेमाल का यह तरीका चीन की पारंपरिक ऐक्यूपंचर पद्धति में इस्तेमाल किया जाता है और गर्दन के जिस हिस्से पर बर्फ को रखा जाता है उस जगह को फेंग फू (Feng Fu) कहते हैं। गर्दन के पीछे साइड में ठीक उसके बेस पर ही आइस क्यूब को रखना होता है।
इस ख़ास जगह पर आइस क्यूब को करीब 20 मिनट तक रखें। शुरुवात में आपको ऐसा लगेगा जैसे गर्दन का वह हिस्सा ठंड से जम गया है लेकिन धीरे धीरे कुछ समय बीतने के बाद सब सामान्य हो जाता है।
इस आर्टिकल में हम आपको बतायेंगें की चीन की इस पुरानी पद्धति की मदद से गर्दन और सिर के बीच में बर्फ रखने से क्या फायदा मिलता है।
आइये जानते हैं कुछ मुख्य फायदों के बारे में
अच्छी नींद :
चाइनीज मेडिसिन के अनुसार फेंग फू पॉइंट आपके नींद की क्वालिटी को और बेहतर करती है। इसलिए जब आप इस मेथड से आइस क्यूब को उस जगह पर कुछ देर के लिए रखते हैं तो इससे आपका मन शांत होता है और आपको अच्छी नींद आती है।
पीएमएस इफ़ेक्ट से उबरने में मददगार :
इस आइस क्यूब मेथड से आपके गर्दन का दर्द बहुत आसानी से ठीक हो जाता है। जिस जगह पर आप बर्फ को रखती हैं वो हिस्सा सीधे महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम से जुड़ा हुआ है इसलिए ये पीएमएस (Premenstrual syndrome) में भी राहत पहुंचाता है।
थायराइड की समस्या में राहत :
फेंग फू मेथड को नियमित अपनाने से थायराइड ग्रंथि ठीक से काम करने लगती है। अगर आप बिल्कुल सटीक जगह पर बर्फ के टुकड़े को रखते हैं तो यह तरीका बहुत ही असरदार हो सकता है। इसलिए बिल्कुल ठीक जगह पर ही आइस क्यूब को रखें।
पाचन तंत्र बेहतर होता है:
फेंग फू मेथड अपनाने से पेट दर्द, पेट फूलना और अपच जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है। इसे नियमित रूप से करने से न सिर्फ आपका पाचन तंत्र दुरुस्त होता है बल्कि गैस या एसिडिटी जैसी समस्याओं से भी आराम मिलता है।
सर्दी-जुकाम से राहत :
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि गर्दन के पीछे इस ख़ास जगह पर बर्फ का टुकड़ा रखने से आपकी इम्युनिटी पावर मजबूत होती है जिससे आप बार बार सर्दी जुकाम की चपेट में आने से बच जाते हैं।
सिरदर्द में राहत :
अगर आप बार बार होने वाले सिरदर्द से परेशान हैं तो आप इस फेंग फू मेथड को ज़रूर आजमायें। यह तकनीक माइग्रेन में होने वाले सिरदर्द को भी कम करने में असरदार है।
आर्थराइटिस में आराम :
बुढ़ापा आते ही कई लोग आर्थराइटिस की चपेट में आ जाते हैं और फिर घुटनों और जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं। अगर आप भी जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो फेंग फू मेथड को ज़रूर आजमायें। सिर्फ आर्थराइटिस में ही नहीं बल्कि यह मेथड आपको हाइपरटेंशन और हाइपोटेंशन से होने वाली परेशानियों में भी आराम पहुंचाती है।
अस्थमा में आराम :
जो लोग अस्थमा के मरीज है और सांस फूलने जैसी समस्याओं से परेशान रहते हैं उन्हें इस चाइनीज तकनीक को ज़रूर अपनाना चाहिए। इसे नियमित रूप से करने से अस्थमा के लक्षणों में काफी कमी आती है।
सेल्युलाईट में कमी :
आज के समय में हर कोई अपने बढ़ते हुए फैट और सेल्युलाईट से परेशान है। ऐसे में फेंफ फू मेथड उनके लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है। एक तरह से देखा जाए तो शरीर से फैट को कम करने का यह सबसे सस्ता और आसान तरीका है।
थकान दूर भगाने में मददगार :
आपकी दिन भर की थकान और स्ट्रेस को दूर करने में यह तरीका बहुत ही असरदार है। अगर आप नेगेटिव एनर्जी से खुद को दूर रखना चाहते हैं तो इस तकनीक को ज़रूर आजमायें।
मूड को बेहतर बनाने में :
कई लोगों का मूड हर घंटे ही बदलता रहता है और कभी वे गुस्से में रहते हैं तो कभी बिल्कुल नार्मल हो जाते हैं। ऐसे लोग खुद को नार्मल रखने के लिए फेंग फू मेथड अपना सकते हैं। इससे आपका मूड हमेशा खुशनुमा सा बना रहता है।
प्रजनन क्षमता बेहतर होती है:
यह मेथड आपकी प्रजनन क्षमता को और बेहतर करती है साथ ही आपको इनफर्टिलिटी और नपुंसकता जैसी समस्याओं से दूर रखती है। यह एंडोक्राइन ग्लैंड को स्वस्थ तरीके से काम करने में मदद करती है। इसलिए अगर आप अपनी सेक्स लाइफ से खुश नहीं हैं तो इस मेथड को ज़रूर ट्राई करें।
नोट :
जो लोग पहले से ही मिरगी या स्किज़ोफ्रेनिया जैसी मानसिक रोग से पीड़ित हैं वे इस मेथड को न अपनाएं। इसके अलावा प्रेगनेंट महिलायें भी फेंग फू मेथड को ना अपनाएं।
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